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DM की पावर: जिलाधिकारी की शक्तियाँ और उनके अधिकार DM की पावर: जिलाधिकारी की शक्तियाँ

  • District Magistrate

DM की पावर: जिलाधिकारी की शक्तियाँ और उनके अधिकार (DM) या जिलाधिकारी भारत के ज़िला प्रशासन का सबसे महत्वपूर्ण अधिकारी होता है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने से लेकर विकास योजनाओं की निगरानी तक — DM के हाथ में इतनी शक्तियाँ होती हैं कि उसे जिले का “मिनी मुख्यमंत्री” भी कहा जाता है। इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि DM के पास कौन-कौन सी पावर होती हैं, वे किन-किन मामलों में निर्णय लेते हैं और कैसे वे पूरे जिले को संचालित करते हैं।

  1. शक्ति (Administrative Powers)

DM का सबसे बड़ा काम पूरे जिले के प्रशासन को चलाना होता है। वे विभिन्न विभागों के कामों को समन्वित करते हैं ताकि सरकारी योजनाएँ जनता तक सुचारू रूप . प्रशासनिकसे पहुंच सकें।

DM की पावर: जिलाधिकारी की शक्तियाँ और उनके अधिकार

  • मुख्य प्रशासनिक शक्तियाँ

जिले के सभी सरकारी विभागों

(स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, PWD आदि)

की सुपरविजनसरकारी कर्मचारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई (निलंबन/चेतावनी/जाँच)

आपदा प्रबंधन, राहत कार्यों का नियंत्रणविकास कार्यों की नियमित समीक्षा बैठकभू-अभिलेख,

भूमि विवाद,

म्यूटेशन आदि मामलों की निगरानीDM यह सुनिश्चित करता है कि जिले में कोई भी सरकारी परियोजना अधूरी न रहे और जनता को अधिकतम सुविधा मिले।

  • कानून-व्यवस्था की शक्ति (Law & Order Powers)

DM की पावर: जिलाधिकारी की शक्तियाँ और उनके अधिकार DM को जिले की कानून-व्यवस्था का मुख्य संरक्षक माना जाता है। SP (Superintendent of Police) भले ही जिले का पुलिस प्रमुख हो, लेकिन अंतिम निर्णय का अधिकार DM के पास होता है।

DM की प्रमुख कानूनी शक्तियाँकर्फ़्यू लगाने का अधिकार

(CrPC Section 144 लागू करना)

धारा 133 के तहत सार्वजनिक उपद्रव रोकने का आदेशदंगे,

तनाव या भीड़-नियंत्रण के समय पुलिस बल तैनात करने का आदेशकिसी क्षेत्र को संवेदनशील घोषित

करनालाइसेंस नवीनीकरण—हथियार लाइसेंस जारी/निलंबित/रद्द करनामहत्वपूर्ण

त्यौहारों और रैलियों में सुरक्षा प्लान बनानाDM यह तय करता है

कि जिले में शांति व्यवस्था बनी रहे और किसी प्रकार का विवाद जिले की स्थिरता को प्रभावित न करे।

  • राजस्व एवं भूमि संबंधी शक्तियाँ (Revenue Powers)

DM की पावर: जिलाधिकारी की शक्तियाँ और उनके अधिकारDM को Chief Revenue Officer भी कहा जाता है क्योंकि जिले के भूमि और राजस्व मामलों का पूरा नियंत्रण उसके पास होता है।मुख्य राजस्व पावरभूमि अधिग्रहण (Land Acquisition) की प्रक्रिया तय करनामुआवजा राशि की मंजूरीभूमि विवादों का निपटाराबाढ़, सूखा जैसी प्राकृतिक आपदाओं के समय राहत राशि का वितरणआवंटन, लीज, सरकारी भूमि की निगरानीखनन पर रोक/मॉनिटरिंगभूमि और राजस्व विभाग जिन मामलों को तय नहीं कर पाते, वह सीधे DM के पास आता है।

4. चुनाव संबंधी शक्तियाँ (Election Powers)

DM की पावर: जिलाधिकारी की शक्तियाँ और उनके अधिकार चुनाव के समय DM जिले के लिए Chief Election Officer की भूमिका निभाता है।DM की चुनावी जिम्मेदारियाँमतदान केंद्रों का निर्धारणपोलिंग बूथों की सुरक्षा व्यवस्थाEVM/VVPAT की सुरक्षाआदर्श आचार संहिता लागू करवानाचुनाव परिणामों की गणना और घोषणा (RO/ARO)मतदान अधिकारियों की नियुक्तिDM सुनिश्चित करता है कि चुनाव “स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण” हों।

5. आपदा प्रबंधन की शक्ति (Disaster Management Powers)

DM की पावर: जिलाधिकारी की शक्तियाँ और उनके अधिकार आपदा (बाढ़, भूकंप, आग, महामारी, दुर्घटना आदि) के समय DM की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है।प्रमुख शक्तियाँरेड अलर्ट जारी करनाराहत कैंप खोलने का आदेशजवानों, NDRF, SDRF की तैनातीप्रभावित लोगों के लिए भोजन, पानी, दवा की व्यवस्थात्वरित राहत राशि जारी करनाCOVID-19 के दौरान DM ही पूरे जिले में लॉकडाउन लागू करने और अस्पताल प्रबंधन संभालने का जिम्मेदार अधिकारी था।

6. लाइसेंसिंग और रेगुलेटरी शक्तियाँ

DM की पावर: जिलाधिकारी की शक्तियाँ और उनके अधिकार DM जिले के कई लाइसेंस और परमिशन को जारी या रद्द करने का अधिकार रखता है।इन मामलों में DM की अनुमति आवश्यकहथियार लाइसेंसबार/शराब दुकान का NOCपटाखा दुकान/स्टोर का लाइसेंसबड़े आयोजनों की अनुमति (रैली, मेला, जुलूस)विस्फोटक सामग्री का परमिटसीनेमा हॉल/फंक्शन हॉल की मंजूरीइस तरह DM जिले के संवेदनशील कार्यों को नियंत्रित करता है ताकि कानून-व्यवस्था बिगड़े नहीं।

7. न्यायिक शक्ति (Magisterial Powers)

DM की पावर: जिलाधिकारी की शक्तियाँ और उनके अधिकार “District Magistrate” नाम में ही Magistrate शब्द दर्शाता है कि DM के पास न्यायिक शक्तियाँ भी होती हैं।DM किन मामलों की सुनवाई कर सकता है?धारा 107/109 के तहत सुरक्षा-बंधपत्रधारा 133 के तहत सार्वजनिक उपद्रवजमीन से जुड़े अपील मामलेआपराधिक कार्यवाही का आदेशअवैध निर्माण हटवानाजिला जेल की निगरानी और छूट/राहत देनाDM को Mini-Judge भी कहा जाता है क्योंकि वह कई प्रशासनिक मुकदमों का अंतिम अधिकारी होता है।

8. विकास कार्यों पर नियंत्रण (Development Powers)

DM की पावर: जिलाधिकारी की शक्तियाँ और उनके अधिकार जिले के विकास की ज़िम्मेदारी भी DM की होती है। हर जिले में DM विकास परियोजनाओं का प्रमुख होता है।DM की विकास संबंधी प्रमुख जिम्मेदारियाँसड़क, पुल, अस्पताल, स्कूल परियोजनाओं की मॉनिटरिंगPM/CM योजनाओं का क्रियान्वयनस्वच्छ भारत, डिजिटल इंडिया, जल जीवन मिशन जैसी स्कीमों की प्रगति रिपोर्टDPDR/DMF जैसे विकास फंड की मंजूरीपंचायत एवं ब्लॉक विकास की समीक्षाDM का प्राथमिक लक्ष्य होता है—“जिले में जनता को बुनियादी सुविधाएँ सुनिश्चित करना।”

9. सामाजिक और जनहित शक्तियाँ (Public Welfare Powers)

DM की पावर: जिलाधिकारी की शक्तियाँ और उनके अधिकार DM सीधे जनता से जुड़कर समस्याएँ सुनता है और तुरंत समाधान देने का प्रयास करता है।

प्रमुख जनहित कार्यजनता दरबार लगानाविधवा पेंशन,

वृद्धावस्था पेंशन,

विकलांग सहायता मामलों की मंजूरीराशन कार्ड,

आय प्रमाण पत्र,

जाति प्रमाण पत्र

के विवाद सुलझानाफर्जी संस्थानों/कोचिंग/अस्पतालों पर कार्रवाईकुपोषण,

स्वास्थ्य संकट की रिपोर्ट तैयार करनाDM जनता की शिकायतों और सुझावों को प्राथमिकता के साथ हल करता है।निष्कर्ष:

DM क्यों होता है इतना शक्तिशाली?

DM की पावर: जिलाधिकारी की शक्तियाँ और उनके अधिकार DM जिले का मुख्य प्रशासक, मुख्य मजिस्ट्रेट, मुख्य चुनाव अधिकारी, मुख्य संकट-प्रबंधन प्रमुख, और मुख्य राजस्व अधिकारी होता है।इतनी सारी भूमिकाएँ एक ही पद को बेहद शक्तिशाली और प्रभावशाली बनाती हैं।इसी वजह से DM को कहा जाता है—

DM की पावर: जिलाधिकारी की शक्तियाँ और उनके अधिकार “जिले का CEO + मुख्य न्यायिक अधिकारी + पुलिस कंट्रोल + विकास प्रमुख = DM”उनका एक आदेश जिले की कानून-व्यवस्था, विकास, सुरक्षा और प्रशासन को पूरी तरह बदल सकता है। इसलिए DM का पद भारतीय प्रशासनिक व्यवस्था में सबसे प्रतिष्ठित और महत्वपूर्ण माना जाता है।

🔹 1. प्रशासनिक शक्तियाँ (Administrative Powers of DM)

प्रशासनिक शक्ति, district administration, DM authorityDM जिले के संपूर्ण प्रशासन का मुखिया होता है। वे हर सरकारी विभाग के कामकाज पर नज़र रखते हैं।प्रमुख प्रशासनिक powers:सभी विभागों (शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, PWD आदि) की सुपरविजनसरकारी कर्मचारियों पर कार्रवाई (निलंबन/शो-कॉज़ नोटिस)आपदा राहत और पुनर्वास कार्यों की निगरानीविकास योजनाओं की समीक्षा बैठकभूमि विवाद और राजस्व कार्यों की मॉनिटरिंगDM सुनिश्चित करता है कि हर सरकारी योजना जनता तक बिना बाधा पहुँचे।🔹 

2. कानून-व्यवस्था की शक्तियाँ (Law & Order Powers of DM)

CrPC 144, law and order, district magistrate powersजिले की शांति और सुरक्षा की अंतिम जिम्मेदारी DM की होती है। SP पुलिस संचालन देखता है, लेकिन अंतिम निर्णय DM का होता है।DM की प्रमुख law & order powers:धारा 144 लागू करनाकर्फ्यू लगाने का अधिकारभीड़-नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्थासंवेदनशील क्षेत्रों की पहचानदंगे/तनाव की स्थिति में बल तैनातीहथियार लाइसेंस जारी/रद्द करनाDM जिले की सुरक्षित और शांत व्यवस्था के लिए सबसे महत्वपूर्ण अधिकारी है।

🔹 3. राजस्व एवं भूमि संबंधी शक्तियाँ (Revenue Powers of DM)

land acquisition, revenue officer, भूमि विवादDM को जिले का मुख्य राजस्व अधिकारी (Chief Revenue Officer) माना जाता है।प्रमुख Revenue Powers:भूमि अधिग्रहण की प्रक्रियामुआवजा मंजूरीजमीन संबंधी अपील और विवादप्राकृतिक आपदा में राहत राशि वितरणखनन की मॉनिटरिंग और अनुमतिभूमि संबंधी लगभग सभी मामलों में DM का अंतिम निर्णय माना जाता है।

🔹 4. चुनावी शक्तियाँ (Election Powers of DM)

election officer, polling, EVM securityचुनाव के समय DM Chief Election Officer की भूमिका निभाता है।चुनावी powers में शामिल हैं:मतदान केंद्रों का निर्धारणसुरक्षा व्यवस्थापोलिंग अधिकारियों की नियुक्तिEVM/VVPAT की सुरक्षाआदर्श आचार संहिता लागू करानानतीजों की गणना और घोषणाDM यह सुनिश्चित करता है कि चुनाव निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और पारदर्शी हों।

🔹 5. आपदा प्रबंधन की शक्ति (Disaster Management Powers)

disaster management, NDRF/SDRF, जिला प्रशासनकिसी भी प्राकृतिक या मानवीय आपदा में DM पूरे जिले का नेतृत्व करता है।DM करता है:रेड अलर्ट जारीराहत कैंप खोलनाNDRF/SDRF की तैनातीभोजन, पानी, चिकित्सा की व्यवस्थाराहत राशि तुरंत जारी करनाCOVID-19 में DM की भूमिका पूरे देश में सबसे महत्वपूर्ण थी।

🔹 6. लाइसेंसिंग और परमिशन

 NOC, licenses, approvals by DM**DM कई महत्वपूर्ण लाइसेंस जारी करने या रद्द करने का अधिकार रखता है:लाइसेंस जिन पर DM की अनुमति आवश्यक:हथियार लाइसेंसबार/शराब दुकान का NOCपटाखा दुकान का लाइसेंसबड़े कार्यक्रम, जुलूस, रैलीविस्फोटक सामग्री का परमिटफंक्शन हॉल/सिनेमा हॉल की मंजूरीजिले के संवेदनशील परमीशन पर DM का नियंत्रण बेहद महत्वपूर्ण होता है।

🔹 7. न्यायिक शक्तियाँ (Judicial Powers of DM)

 magisterial power, section 107/109, public nuisance**DM “मजिस्ट्रेट” होने के नाते कई न्यायिक मामलों को भी देखता है।न्यायिक powers:धारा 107/109 के तहत बंधपत्रधारा 133 में सार्वजनिक उपद्रव हटाने का आदेशअवैध निर्माण पर कार्रवाईजिला जेल की निगरानीप्रशासनिक मुकदमों की सुनवाईइसलिए DM को अक्सर Mini-Judge भी कहा जाता है।

🔹 8. विकास कार्यों की शक्ति (Development Powers)

district development, government schemes, infrastructure projects**DM जिले के विकास से जुड़े सभी कामों का प्रभारी होता है।विकास powers:सड़क, पुल, अस्पताल की परियोजनाएँसरकारी योजनाओं की प्रगति रिपोर्टजल जीवन मिशन/स्वच्छ भारत की मॉनिटरिंगब्लॉक और पंचायत विकास की समीक्षाDM जिले की बुनियादी सुविधाओं को सुधारने में केंद्रीय भूमिका निभाता है।

🔹 9. जनहित और सामाजिक

जनता दरबार, ration card, public grievances**DM सीधे जनता की समस्याएँ सुनते हैं:जनहित powers:जनता दरबारपेंशन/अनुदान मामलों की मंजूरीराशन कार्ड/प्रमाण पत्र विवाद समाधानफर्जी संस्थानों पर कार्रवाईस्वास्थ्य और कुपोषण की रिपोर्टDM जनता और सरकार के बीच सीधा कनेक्शन होता है।

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